पारंपरिक खेती के साथ मत्स्य उत्पादन को बनाऐं स्वरोजगार- सुरेश

– अस्सी गंगा नदी में विधायक ने डाले ट्राउट मछली के बीज
उत्तरकाशी, भटवाड़ी ब्लॉक के नाल्ड गांव में आयोजित मत्स्य बीज संचय कार्यक्रम में प्रतिभाग करते गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि ग्रामीण मत्सय उत्पादन को अपनी आजीविका का संसाधन बना सकते हैं। कहा कि पारंपरिक खेती के साथ -साथ ग्रामीण अपने खेतों में जलाशय का निर्माण कर मत्सय पालन करें और अपनी आजीविका का संवर्धन करें। उन्होंने इस मौके पर ट्राउट मछली के सैकड़ो बीच अस्सी गंगा नदी में डाले और लोगों से इनके सरंक्षण की अपील की।

शुक्रवार को जलाशय विकास योजना के तहत मत्स्य विभाग उत्तरकाशी की ओर से अस्सी गंगा नदी में मत्स्य बीज संचय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने मत्स्य विभाग के सहयोग से एक हजार से अधिक ट्राउट मछली के बीच अस्सी गंगा नदी में डाले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अस्सी गंगा नदी ट्राउट मछली के उत्पादन के लिए अपनी एक विशिष्ट पहचान रखती है। कहा कि वर्तमान समय में ट्राउट मछली का बाजार मूल्य 500 रूपए प्रति किलो है। जिसको ग्रामीण स्वरोजगार के रूप में अपना सकते हैं। कहा कि विभाग की ओर से सब्सिडी के साथ बीज एवं चारा उपलब्घ करा रही है। जिसका लोगों को अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। वहीं इस मौके पर वन क्षेत्राधिकारी बाड़ाहाट मुकेश रतुड़ी ने ग्रामीणों से नदी में ब्लेचिंग पाउडर, करंट सहित किसी भी प्रकार के विशेले पदार्थ न डालने की बात कही।


इस मौके पर सहायक निदेशक मत्सय नीतिश कुमार चमोली,रेंजर मुकेश रतूड़ी, प्रगतिशील किसान दलवीर सिंह, ललित रावत सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे।

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