इंटर कॉलेज उत्तरकाशी में समर कैंप: छात्र सीख रहे हैं स्थानीय भाषाएं, संगीत और संस्कृति

उत्तरकाशी। पीएम श्री राजकीय आदर्श कीर्ति इंटर कॉलेज, उत्तरकाशी में आयोजित सात दिवसीय समर कैंप में छात्र-छात्राओं के बीच रचनात्मकता और उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। इस शिविर का उद्देश्य न केवल छात्रों को विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने का अवसर देना है, बल्कि उन्हें स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और आधुनिक कौशलों से भी परिचित कराना है।

समर कैंप के दौरान छात्र गढ़वाली, बंगाणी और रंवाल्टी जैसी स्थानीय बोलियों में परिचय और संवाद का अभ्यास कर रहे हैं। संगीत शिक्षक पंचम सिंह राणा के निर्देशन में छात्र-छात्राएं देशभक्ति गीतों, गढ़वाली लोकगीतों और भजनों का गायन कर रहे हैं तथा लोकवाद्य वादन में भी रुचि ले रहे हैं।

पारंपरिक व्यंजनों के पोषणीय और आर्थिक महत्व पर डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्थानीय खाद्यान्नों से बनने वाले व्यंजनों में नवाचार के तरीकों पर भी प्रकाश डाला।

बंगाणी भाषा के विशेषज्ञ और सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सुमन रावत ने छात्रों को बंगाणी शब्दों का हिंदी और अंग्रेज़ी में तुलनात्मक अध्ययन सिखाया, जिससे छात्रों की भाषाई समझ और अभिव्यक्ति क्षमता में वृद्धि हो रही है।

योग अभ्यास भी समर कैंप का प्रमुख हिस्सा है, जहां छात्रों को विभिन्न योग आसनों और मुद्राओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संजय कुमार जगूड़ी और प्रभाकर सेमवाल जैसे प्रशिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से कौशल विकास कराया जा रहा है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र पाल सिंह परमार ने समर कैंप के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “इस शिविर के माध्यम से छात्रों को इक्कीसवीं सदी के जीवनोपयोगी कौशलों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।”

कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी हर्षा रावत, शिक्षक अतोल सिंह महर, संजय सिंह राणा* और सुनील सेमवाल ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया।

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