जिलाधिकारी ने सतलुज जल विद्युत परियोजना से प्रभावित परिवारों की समस्याएं सुनीं

सिंचाई खंड के कार्यों की शिकायत पर जांच के निर्देश
उत्तरकाशी
जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने सोमवार को सुदूरवर्ती ब्लॉक मोरी के बैनोल गांव में सतलुज जल विद्युत परियोजना लिमिटेड से प्रभावित गांवों के परिवारों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान ग्रामीणों ने अवस्थापना सिंचाई खंड के कार्यों में गुणवत्ता की कमी की शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने कमेटी गठित कर जांच करने के निर्देश एसडीएम पुरोला को दिए।
विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल की उपस्थिति में जिलाधिकारी ने नैटवाड़, गैंचवांण, बैनोल गांव में संचालित निर्माण कार्यों बारात घर, शौचालय निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी में उपकरण, कोविड केयर यूनिट, नवीनीकरण कार्यों, विद्यालयों को फर्नीचर आदि की समीक्षा की। डीएम डॉ बिष्ट ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि परियोजना के निर्माण होने से क्षेत्र का विकास बड़े पैमाने पर हुआ है। इससे जहां स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन हुआ है, वहीं पलायन पर भी अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि सतलुज जल विद्युत परियोजना यहां की दीर्घकालिक जरूरतों को पूरा करेगी। वहीं केदारकांठा, हरकीदून जैसे पर्यटन क्षेत्र और बाग़वानी में स्थानीय स्तर पर आजीविका संवर्धन को मजबूती मिली है। ग्रामीणों की मांग पर विधायक ने नैटवाड़ में सुरक्षात्मक कार्य, केवला से बैनोल तक सड़क मार्ग और 100 यूनिट बिजली 10 साल तक निःशुल्क देने और बैनोल गांव में कौंल केदारी मंदिर निर्माण के कार्यों को सतलुज जल विद्युत परियोजना को समयबद्धता के साथ निस्तारण करने की अपेक्षा की।
इस दौरान उपजिलाधिकारी पुरोला मुकेश चन्द्र रमोला, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, ईई लघु सिंचाई भरत राम, जिला कार्यक्रम अधिकारी यशोदा बिष्ट, महाप्रबंधक एसजेवीएनएल नरेश शर्मा, प्रबंधक अमित कुमार शर्मा, राजीव शर्मा, तरूण उपाध्याय, प्रशासक मोरी बचन सिंह पंवार, प्रेम सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह रावत, जगदीश रांगड़, राजेश रावत, रोहित चौहान, आशीष चौहान आदि उपस्थित रहे।

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