– ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई की कार्यप्रणाली पर जताई नाराजगी, जल्द निविदा आंमत्रित करने की मांग
उत्तरकाशी,दस सालों से अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा ज्ञानसू -साल्ड उपरीकोट मोटर मार्ग को लेकर वरूणा घाटी के दर्जनों गांव के ग्रामीणों जलसैलाब सोमवार को जिला मुख्यालय की सड़कों पर उतर पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों ने शासन- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जल्द बदहाल सड़क पर डामरीकरण नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
सोमवार को तय कार्यक्रम अनुसार ज्ञाणजा, साल्ड, बसुंगा, उपरीकोट, भराण गांव, गमदीड गांव सहित क्षेत्र के ग्रामीण ज्ञानसू में एकत्रित हुए। जहां से ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ ढोल नगाडो के साथ कलक्ट्रेट तक विशाल जनाक्रोश रैली निकाली। इस दौरान कलक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के बाहर गुस्साए ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ उग्र नारेबाजी कर रोष जताया। गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि पीएजीएसवाई के अधिकारियों की लापरवाही से दस सालों से वरुणाघाटी की लाइफ-लाइन कहे जाने वाली सड़क बदहाल पड़ी है। सड़क के लिए 17 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं, लेकिन
विभाग सड़क की निविदा को बार-बार टाल रहा है। जिस कारण सड़क सालों से अपनी बदहाली का दंश झेल रही है। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क पर जगह जगह गढ्डे उभरने से वाहनों की आवाजाही के लिए जोखिम भरी बनी है। ग्रामीण सड़क से जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं। कहा कि कई बार इस सड़क में दुपहिया वाहन दुर्घटनाग्रसत हो गए हैं। जिससे उन्हें भारी चोट आई है। कहा कि इस संबंध में कई बार विभाग को लिखित और मौखिक सूचित किया गया, लेकिन विभाग ने कोई सुध नही ली। जिसको लेकर क्षेत्र ग्रामीणों ने रोष व्याप्त है। कहा कि यदि इस बदहाल सड़क का सुधारिकरण नहीं किया गया तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों में कुलदीप,योगेन्द्र, मंजू देवी,भजन राणा, कविता राणा, तनुजा नेगी, विपिन, लोकेश प्रसाद, अमीन चौहान, कुशहाल सिंह, राज कुमारी देवी, पूजा देवी, मानेन्द्र आदि ग्रामीण मौजूद रहे।