उत्तरकाशी
उत्तराखण्ड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति, उत्तरकाशी के द्वारा राष्ट्रीय तम्बाकू नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत पुलिस लाईन, उत्तरकाशी में पुलिस दल के साथ संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें पुलिस विभाग के आर0आई0 जनक पंवार जी के नेतृत्व में समस्त थानाध्यक्ष एवं विभिन्न प्रकोष्ठ के प्रभारी अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन जिला तम्बाकू नियन्त्रण प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार ज्ञानेन्द्र पंवार के द्वारा किया गया कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्वास्थ्य विभाग उत्तरकाशी के मानसिक रोग चिकित्साधिकारी डाॅ0 अभिषेक शर्मा द्वारा शरीर में तम्बाकू उत्पादों से होने वाली बिमारियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। तत्पश्चात बालाजी सेवा संस्थान, देहरादून के निदेशक अवदेश कुमार जी के द्वारा कोटपा अधिनियम-2003 के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्वे ग्लोबल एडल्टस टोबेको सर्वे GATS के आंकडों पर चर्चा की गयी जिसमें कहा कि देश में प्रतिवर्ष 13 लाख लोगों की मृत्यु तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग करने से होती है। जिसमें 3500 मृत्यु प्रतिदिन होती है। सर्वे के अनुसार उत्तराखण्ड की कुल आवादी का लगभग 26.5 प्रतिशत लोग तम्बाकू उत्पादों का उपयोग करते हैं जिससे देश में तम्बाकू से लगभग 13 प्रतिशत मृत्यु प्रतिवर्ष में हो जाती है। जो कि चिंन्ता जनक विषय है कार्यक्रम में तम्बाकू से होने वाले दुष्परिणामों के आंकडों के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग, उत्तरकाशी के चिकित्साधिकारी डाॅ0 मानवी रमोला, सोशल वर्कर सोनिया बिष्ट, काउन्सलर मिनाक्षी बुटोला, बालाजी सेवा संस्थान के जोनल समन्वयक अजीत जस्सर, डाॅ0 अनुराग बिष्ट आदि लोग उपस्थित रहे।