मंगसीर बग्वाल के प्रथम दिवसीय में बाल बग्वाल के रूप में मनाई जाएगी।

उत्तरकाशी,

मंगसीर बग्वाल के भव्य आयोजन के लिए अनघा फाउंडेशन की बैठक काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित की गई। जिसमें बग्वाल की तैयारी की अंतिम रूपरेखा प्रस्तुत की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष तीन दिवसीय बग्वाल को तीनों दिन अलग-अलग रुपों में मनाया जाएगा। प्रथम दिवस 10 दिसंबर को बाल बग्वाल के रूप में मनाई जाएगी जिसमें सिर्फ बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किए जायेगे, द्वितीय दिवस 11 दिसंबर को मातृशक्ति के नाम पर बेटी बग्वाल मनाई जाएगी जिसमें सिर्फ महिलाओं द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किए जायेगे और तृतीय दिवस 12 दिसंबर को मुख्य बग्वाल का आयोजन किया जाएगा। तीनों दिन नगर मे सांस्कृतिक यात्रा निकाली जाएगी साथ ही स्कूली बच्चों की शैक्षणिक प्रतियोगिता- गढ़ चित्रण, गढ़ भाषण, गढ़ औखाण् ,देव डोली छुलाई, खेलकूद प्रतियोगिता-तीन टांग दौड़,रस्साकशी,पीठागराम,भैलु नृत्य, रासो नृत्य एवम अन्य कार्यक्रम) आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष मुख्य आकर्षक महिलाओं और पुरूषों की रस्साकसी प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण रहेगा. साथ ही गढ़ संग्रहालय मे पौराणिक वस्तुओं के साथ ही उत्तरकाशी इतिहास के झरोखों से चित्र प्रदर्शनी व गढ़ भोज में गढ़वाल के लजीज़ व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे। बैठक में अनघा के अध्यक्ष राघवेन्द्र उनियाल, संयोजक अजय पुरी, सचिव सुभाष कुमाई, शूरवीर मार्टोलिया, कन्हैया सेमवाल, महेश उनियाल, कृष्णा बिजलवान, प्रताप बिष्ट, महेन्द्र पाल परमार, ममता रावत, कुसुम रेखी, रेशमा चौहान, रजनी चौहान, रमा डोभाल, मनोज भंडारी, जगमोहन चौहान, मंगल चौहान, पृथ्वी राणा, अंकित ममगाई, अशोक सेमवाल ,पारस कोटनाला, दुर्गा पंवार, रेखा चौहान आदि शामिल रहे।

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