आकांक्षी विकासखण्ड कार्यक्रम (एबीपी) के तहत चिन्हित जिले के मोरी विकास खण्ड की समग्र विकास की रणनीति करें तय:जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला

उत्तरकाशी

आकांक्षी विकासखण्ड कार्यक्रम (एबीपी) के तहत चिन्हित जिले के मोरी विकास खण्ड की समग्र विकास की रणनीति तय करने के लिए जिला मुख्यालय पर चिन्तन शिविर का आयोजन कर तय सूचकांकों की कसौटी पर ब्लॉक को छह माह के भीतर राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर पहॅुचाने के बारे में विचार-विमर्श किया गया।

जिला स्तरीय चिंतन शिविर में उपस्थित विभिन्न विभागों, संगठनों एवं वाणिज्यिक बैंकों के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा कि देश के 500 विकास खण्डों के साथ जिले के मोरी विकास खण्ड को एबीपी कार्यक्रम के तहत चिन्हित किया गया है। कार्यक्रम के तहत आंकाक्षी विकास खंड के निवासियों के जीवन की गुणवत्ता को सुधारने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, पेयजल और स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में प्रमुखता से ध्यान देने के साथ ही कृषि और संबद्ध सेवाएँ, वित्तीय समावेशन, बुनियादी ढांचा और समग्र सामाजिक विकास के मोर्चों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस संबंध में नीति आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सामाजिक-आर्थिक विकास के सूचकांकों का बेसलाईन डाटा तय कर इन क्षेत्रो में छह माह की समयसीमा के भीतर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के औसत के स्तर को हासिल किया जाना है। जिसके लिए ब्लॉक की स्थानीय जरूरतों एवं चुनौतियों के अनुरूप मौजूदा योजनाओं की पहचान कर इन योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन की विशेष रणनीति तय की जानी है।

उपजिलाधिकारी पुरोला को कार्यक्रम का ब्लॉक स्तर पर समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि तहसील दिवसों पर इस कार्यक्रम की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाय। जिलाधिकारी ने चिंतन शिविर में हुए विचार-विमर्श के अनुसार कार्यक्रम क्रियान्वयन की रणनीति को पांच दिनों में अंतिम रूप देने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के तहत तय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सभी विभागों को समन्वित व समयबद्ध प्रयास करने होंगे।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने एबीपी कार्यक्रम की रूपरेखा एवं नीति आयोग के दिशा-निदेशों की जानकारी देते हुए कहा कि एबीपी कार्यक्रम के तहत तय सूचकांकों की कसौटी पर अपेक्षित स्तर हासिल करने के लिए स्थानीय सामाजिक व सांस्कृतिक विशिष्टताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाय। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत बेसलाईन डाटा की तिथि 31 मार्च 2023 तय की गई है। तय सूचकांकों पर आकांक्षी ब्लॉक मोरी को राज्य अथवा राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने या सौ फीसदी उपलब्धि हासिल करने हेतु कार्यक्रम की रणनीति केन्द्रित की जानी है।

कार्यक्रम में में परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण रमेश चन्द्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी.एस.पंवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बी.डी. ढौंढियाल मुख्य शिक्षा अधिकारी सी.एन.काला, कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास यशोदा बिष्ट, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बी.एस.पांगती, जल संस्थान के ईई एलसी रमोला, जल निगम की ईई अनिशा जाटव, एडी मत्स्य यूपी सिंह, लीड बैंक प्रबंधक राजीव कुमार सिंह, नाबार्ड के डीडीएम रविन्द्र सिंह आहूजा, भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक राकेश मोहन भट्ट व अमित गोस्वामी, जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान, सहित अनेक विभागों व संगठनों के अधिकारी के मौजूद रहे।

इस आयोजन में एसडीएम पुरोला देवानंद, एसीएमओ यमुनो डा. आरसी आर्य, खंड विकास अधिकारी मोरी, एसएम बिंजोला, बीईओ मोरी अजीत भंडारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. नितेश रावत (मोरी), डा. रफीक अहमद (नौगांव), डा. कपिल (पुरोला) आदि ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया।

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